डायनासोर के विलुप्त होने के पीछे कई सिद्धांत हैं, लेकिन सबसे अधिक माना जाने वाला सिद्धांत यह है कि 65 मिलियन साल पहले धरती पर एक एस्टेरॉयड टकराया था जिस वजह से डायनासोर प्रजाति का विनाश हो गया। लेकिन अब एक नया शोध आया है जिसमें डायनासोर के विलुप्त होने की वजहों पर नए सिरे से प्रकाश डाला गया है। शोध के अनुसार एस्टेरॉयड की धरती से टकराते ही धूल के बादल आसमान में छा गए। धूल से भरे इन बादलों ने 15 सालों तक पृथ्वी के वातावरण के ढक कर रखा। वैज्ञानिकों का मानना है कि वातावरण के ढक जाने से सूर्य की किरणें धरती तक पहुंच नहीं पा रही थी, जिससे प्रकाश संश्लेषण की प्रकिया में बाधा आई और इसके बाद पेड़-पौधे मरने लगे, खाना और पोषण की कमी से पृथ्वी पर डायनासोर समेत तीन-चौथाई प्रजातियां विलुप्त हो गईं।
डायनासोर का इतिहास
लगभग 150 मिलियन साल पुराना है। डायनासोर का उदय ट्रायासिक काल (Triassic period) में हुआ था, जिसकी शुरुआत लगभग 230 मिलियन साल पहले हुई थी। उस समय पृथ्वी पर कई प्रकार के जीव-जंतु थे, लेकिन डायनासोर सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली थे।
डायनासोर के इतिहास को तीन कालों में बांटा जा सकता है:
ट्रायासिक काल (230-200 मिलियन साल पहले)
इस काल में डायनासोर का उदय हुआ था। उस समय डायनासोर छोटे और मांसाहारी थे। वे पृथ्वी पर सबसे शक्तिशाली जीव-जंतु नहीं थे, लेकिन वे तेजी से विकसित हो रहे थे।
जुरासिक काल (200-145 मिलियन साल पहले)
इस काल में डायनासोर का स्वर्ण काल था. वे पृथ्वी पर सबसे शक्तिशाली जीव-जंतु बन गए थे। इस काल में डायनासोर की कई प्रजातियां विकसित हुईं, जैसे सौरोपोड्स , ओर्निथोपोड्स और थेरोपोड्स । इनमें से कुछ प्रजातियां बहुत बड़ी थीं, जैसे डिप्लोडोकस और एपाटोसौरस ।
डायनासोर का विनाश
डायनासोर और अन्य जीव-जंतुओं के लिए खाना और पोषण की कमी होने लगी थी जिससे वे मरने लगे थे। खाद्य पदार्थ न मिल पाने के वजह से डायनासोर का विनाश हो गया था। लगभग 75% जीव-जंतुओं का विनाश इसी वजह से हो गया था।
इस घटना के बाद पृथ्वी पर डायनासोर का नामोनिशान मिट गया था। लेकिन इस घटना ने पृथ्वी पर नई प्रजातियों के विकास का मार्ग प्रशस्त किया था।
डायनासोर की एक सुंदर कहानी
एक समय की बात है, जब पृथ्वी पर डायनासोर राज करते थे। उस समय एक छोटा सा डायनासोर था, जिसका नाम था टिमी। टिमी एक बहुत ही प्यारा और चंचल डायनासोर था। वह अपने परिवार के साथ रहता था और अपने दोस्तों के साथ खेलता था।
एक दिन, टिमी के पिता ने उसे एक बड़ा काम सौंपा। उन्होंने टिमी को एक दूर के जंगल में जाने के लिए कहा, जहां एक बड़ा और खतरनाक डायनासोर रहता था। उस डायनासोर का नाम था टायरानोसौरस रेक्स।
टिमी के पिता ने उसे बताया कि टायरानोसौरस रेक्स बहुत ही खतरनाक है और वह अपने परिवार को खतरे में डाल सकता है। इसलिए, टिमी को उसे रोकने के लिए जाना होगा।
टिमी बहुत ही डर गया था, लेकिन उसने अपने पिता की बात मानी और जंगल की ओर चल दिया। जब वह जंगल में पहुंचा, तो उसने टायरानोसौरस रेक्स को देखा। वह बहुत ही बड़ा और खतरनाक था।
टिमी ने सोचा कि वह उसे नहीं रोक सकता है, लेकिन उसने हार नहीं मानी। उसने अपने दिमाग का इस्तेमाल किया और एक योजना बनाई। उसने टायरानोसौरस रेक्स को एक बड़े पत्थर की ओर ले जाने का फैसला किया।
जब टायरानोसौरस रेक्स पत्थर के पास पहुंचा, तो टिमी ने उसे धक्का दिया और वह पत्थर के नीचे दब गया। टिमी ने अपने परिवार को बचा लिया था।
जब टिमी अपने परिवार के पास वापस आया, तो उन्होंने उसे बहुत प्यार किया और उसकी बहादुरी की प्रशंसा की। टिमी ने सीखा कि अगर हम अपने दिमाग का इस्तेमाल करें और बहादुरी से काम लें, तो हम किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।
इस कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है कि बहादुरी और बुद्धिमत्ता से हम किसी भी समस्या का समाधान कर सकते हैं।
बहुत ही लाजवाब जनकारी हैं। धन्यवाद